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Dr. Rajeev Gupta

Rajeev Gupta

Dr. Rajeev Gupta

Registration No.: MP16592

Specialty: Chest Physician

Fee: Rs.

clinic:

Alankar Hotel Road, Beside Geeta Colony, Hospital RoadLashkar,  Gwalior,  Madhya Pradesh

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Mob: 9685603313

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AVAILABILITY

Hospitals

Pariwar Superspeciality Hospital
In Front Of Mandare Wali Mata Mandir Lashkar Gwalior

Clinic

सूर्या क्लीनिक

 

डॉ. राजीव गुप्ता
एम.बी.बी.एस., एम.डी. (चेस्ट एवं टीबी)
एलर्जी, अस्थमा, चेस्ट एवं टीबी रोग विशेषज्ञ
विशेषज्ञ :- इन्टरवेन्शनल ब्रोकोस्कोपी एवं क्रिटिकल केयर
पूर्व चिकित्सक : - आर.बी.टी.बी. हॉस्पीटल, दिल्ली
अपोलो हॉस्पिटल, दिल्ली
ग्रेशियन सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मोहाली, पंजाब
मैस्कॉट हॉस्पिटल, ग्वालियर

 

18 Years Of Experience

 

मिलने का समय :- प्रातः 10:00 बजे से 4:00 बजे, सायं 5:00 बजे से 8:30 बजे
 रविवार 11:00 बजे से 1:00 बजे तक

 

 

विशेषज्ञ  एवं सुविधा :-

  • जटिल से जटिल टी.बी., श्वाँस एवं एलर्जी के रोगों.का उपचार
  • कम्प्यूटरीकृत फेंफड़े की जाँच (पी.एफ.टी.) यह जाँच दमा की बीमारी को जानने के लिये करते हैं इस जाँच से हम दमा की स्टेज का पता लगा सकते हैं
  • दूरबीन द्वारा फेंफड़ों की जाँच (ब्रोन्कोस्कोपी) -यह फेंफड़ों की बीमारी का पता लगाने के लिये बहुत अत्याधुनिक जाँच है।
  • इस विधि से श्वांस नलियों की दूरबीन से जाँच की जाती है
  • फेफड़ों से पानी एवं मवाद निकालना 
  • फेफड़ों के फटने पर छाती में ट्यूब डालना
  • वेंटिलेटर पर गंभीर रुप से बीमार मरीजों के इलाज में विशेज्ञता 


 

श्वांस से संबंधित बीमारियों :-

  • टी.बी या क्षय रोग या ट्यूबरकुलोसिस
  • दमा या अस्थमा, श्वास रोग
  • न्यूमोनिया
  • फेफड़ों का कैंसर
  • ब्रोन्काईटिस (सी.ओ.पी.डी.)
  • फेफड़े में मवाद आना, फेफड़े में पानी आना
  • एलर्जी, ईओसिनोफिलिया
  • न्यूमोकोनियोसिस..इत्यादि

 

लक्षण :-

  • बुखार
  • खाँसी / बलगम
  • बलगम का चिपकना
  • छाती में दर्द
  • साँस का फूलना, सीटियों की आवाज आना
  • बलगम में खून आना
  • भूख ना लगना, वजन कम होना
  • बार-बार सर्दी जुकाम होना, छीकें आना
  • शरीर में सुस्ती आना
  • शरीर की नीला पड़ना


 

टीबी / क्षय रोग के लक्षण :-

  • दो हफ्तों से अधिक खाँसी आना
  • हल्का हल्का बुखार आना
  • भूख कम लगना / वजन कम हो जाना
  • बलगम में खूना आना।
  • छाती में दर्द साँस फूलना
  • जले में गाठें होना
  • सिर में दर्द, उल्टियाँ आना, बेहोशी, दौरे पड़ना
  • पेट में दर्द होना, पेट फूलना, कब्ज इत्यादि

 

Description

 

दमा लक्षण और अनुभूतियाँ :-

  • दमा के लक्षण रोगी से रोगी में भिन्न होते हैं
  • इसके अलावा, लक्षणों की गंभीरता रोगी-से-रोगी या रोग के रोगविज्ञान की गंभीरता के आधार पर भिन्न हो सकती है।
  • बहुत से मरीज अपनी सांस को "नली से सांस लेना"बताते हैं।
  • सीने में दबाव या दर्द
  • गंभीर खाँसी
  • सांस लेने में कठिनाई
  • बुखार
  • सतर्कता में कमी, उनींदापन या भ्रम
  • नाडी दर तेज
  • सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई
  • अत्यधिक पसीना आना

 

रेस्क्यु (बचाव) इन्हेलर का उपयोग :- 

  • इन्हेलर खोलें
  • इन्हेलर को अच्छी तरह से हिलाएं
  • पूरी तरह से सांस बाहर निकालें
  • इन्हेलर के माध्यम से गहराई से साँस अंदर लें
  • 10 सेकंड के लिए सांस रोककर रखें
  • सांस बाहर निकालें
  • पानी से आपका मुंह धो लो

 

दमा पर नियंत्रण रखना :-

  • दमा श्वसनमार्ग की बीमारी है
  • श्वसनमार्ग पाइप / नली जैसी संरचनाएं हैं जिनके माध्यम से आप सांस लेते हैं।
  • दमा में, श्वसनमार्ग सूज जाते हैं और बलगम नामक एक चिपचिपे पदार्थ का याव करते हैं। इस प्रकार, श्वसनमार्ग संकीर्ण हो जाता है, और आपको सांस लेने में मुश्किल होती है।
  • दमा आमतौर पर वंशानुगत होता है, जिसका अर्थ है कि यह परिवारों में आगे बढ़ता है।
  • यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है
  • दमा उपचार योग्य है, और आप लक्षणों को अच्छी तरह से नियंत्रण में रख सकते हैं।
  • यह पुस्तिका आपको दमा और इसके प्रबंधन को विस्तार से समझने में मदद करती है।

 

दमा कारण और उत्प्रेरक कारक  :-

  • दमा का सटीक कारण ज्ञात नहीं है।
  • दमा के लक्षण किसी भी उम्र में विकसित हो सकते हैं
  • दमा के लक्षणों की तकलीफ दमा किस उम्र में विकसित होता है उसके आधार पर भिन्न होती है। 
  • यदि दमा लंबे समय तक रहता है, तो यह फेफड़ों के कार्य को प्रभावित कर सकता है।
  • निश्चित दवाएँ (एस्पिरिन, दर्द की दवाएँ)
  • ठंडी हवा
  • गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफ्लक्स रोग (जठर में से खुराक का अन्ननली में वापस आना)
  • वायरस और बैक्टीरिया
  • पालतू पशु के बाल और रूसी
  • पराग
  • धूल कीटाणु और अंडे
  • एलर्जीक राइनाइटीस (नाक) में एलर्जी के कारण सूजन
  • एटॉपिक (त्वचा की सूजन)
  • धूम्रपान, एवं धूम्रपान का धुआ
  • प्रदूषण
  • औद्योगिक रसायन
  • आनुवंशिकता

 

 

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